मां सिद्धिदात्री – नवरात्रि के पावन अवसर पर मां आदि शक्ति की सिद्धि दात्री रूप की उपासना की जाती है मां की उपासना से सभी सिद्धियां तथा तथा सभी सुखो की प्राप्ति होती है। नवरात्रि के नवे मां आदि शक्ति के सिद्धिदात्रि स्वरूप की उपासना की जाती है ये सभी प्रकार की सिद्धि देने वाली होती है नवरात्रि के नवे दिन इनकी पूर्ण शास्त्रीय विधान से पूजा करने पर पूर्ण निष्ठा के साथ पूजा करने पर साधक को सभी प्रकार की सिद्धि प्राप्त होती है साधक के लिए ब्रम्हाण्ड में कुछ भी असाध्य नहीं रह जाता है ब्रम्हाण्ड पूर्ण विजय प्राप्त करने की सामार्थ्य उसमें आ जाती है। मार्कण्डेय पूराण के अनुसार अणिमा महिमा गरिमा लघिमा प्राप्ति प्राकाम्य ईशित्व और वशित्व ये आठ प्रकार की सिद्धियां होती हैं। ब्रम्हवैवर्तपुराण के अनुसार श्री कृष्ण जन्म खण्ड में इनकी संख्या अठारह बताई गई है 1 . अणिमा 2 . लघिमा 3 . प्राप्ति 4 . प्राकाम्य 5 . महिमा 6 . ईशित्व , वाशित्व 7 . सर्वकामावसायिता 8 . सर्वज्ञत्व 9 . दूरश्रवण 10 . परकायप्रवेशन 11 . वाक्सि
सेब के फायदे सेब फल के बारे में आप तो जानते ही होंगे तो आप के लिए कुछ बातो को जानना और भी जरूरी है की सेब किस समय में खाना चाहिए क्योंकि आप यदी इस फल को खाने का पूरा फायदा लेना चाहते है तो इसके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है इस लाल रंग के फल अनेक रहस्य जुड़े हुए है सेब का मीठा और रसदार स्वाद बहुत पसंद किया जाता है वैज्ञानिकों की भाषा में सेब को मेलस डोमिस्टका कहा जाता है एैसा कहा जाता है की सिकंदर महान के मध्य एशिया में आने के बाद ही सेब का प्रचलन सुरू हुआ था । सेब खाने के फायदे ह्रदय को स्वस्थ रखने की लिये सेब - सेब ह्रदय के लिये एक बहुत ही अच्छा फल है सेब में कई प्रकार के फायटोन्यूट्रियन्ट्रस होते है जो की ह्रदय की क्रिया की रक्षा करने में बहुत ही सहायक है यह ह्रदय पर आक्सीजन से होने वाली क्षति पर रोक लगा कर ह्रदय रोगों को बढ़ने से पहले ही रोक देता है यह शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को घटाता है शुगर को भी कट्रोल में रखता है । यह खून के नियमित प्रभाव को बनाये रखने भी सक्षम है कैलिफोर्निया के विश्वविदृालय शोधकर्ताओं के अनुसा